घर पाने के लिए गलतियों से बचना जरूरी
लोन प्रोवाइडर के बारे में कम जानकारी
ज्यादातर केस में देखा जाता है कि लोन लेना वाले व्यक्ति को लोन प्रोवाइडर एजेंसीज या संस्थान के बारे में पूरी और सही जानकारी नहीं होती। वे सिर्फ एडवर्टीजमेंट्स में किए गए लुभावने वायदों व आकर्षक ब्याज दरों के प्रस्ताव या अपने दोस्तों व फैमिली वालों की बातों में आकर फैसला कर लेते हैं। जो बाद में उनके लिए घातक साबित होता है। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि आप पूरी तरह से रिसर्च करें। रिसर्च के लिए आप इंटरनेट की हेल्प से ले सकते हैं। यहां पर आपको इंट्रेस्ट रेट, होम लोन ऑफर्स के बारे में पूरी इंफार्मेशन मिल जाएगी।एग्रीमेंट में लापरवाही करना
घर खरीदने की जल्दबाजी में हम अकसर प्रापर्टी या लोन से संबधित दस्तावेजों पर गौर नहीं करते जो बाद में हमारे लिए परेशानी का सबब बनती हैं। हम सब को बचपन से बताया जाता है कि कहीं भी साइन करने से पहले वहां लिखे रूल्स एंड रेगुलेशंस को इत्मीनान से क्रॉस चेक कर लेना चाहिए। एग्रीमेंट के डाक्यूमेंट्स में कोई ऐसा नियम या शर्त हो सकती है जो आपको बिल्कुल मंजूर न हो। इसे पढ़ कर क्लियर हो जाएगा कि आप किस परिस्थिति में पैर रखने जा रहे हैं। यदि आपको किसी शर्त पर आपत्ति है तो उसके बारे में बैंक के साथ बात की जा सकती है। और उसे सुलझाया जा सकता है।
कंप्लीट इंफार्मेशन का न होना
अकसर यह बात सामने आती है कि बायर को घर खरीदने से रिलेटेड ज्यादा जानकारी नहीं होती है। जो उनके और घर के बीच रोढ़ा साबित होती है। इसलिए घर खरीदने की प्रक्रिया शुरू करने से पहले आपको अपने लेवल पर सही तरीके से खोज करनी चाहिए। किसी और के प्रदान की गई सूचना पर भरोसा करना आपके लिए नुकसानदायक साबित होता है। इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि अगर आप अपनी मनपसंद प्रापर्टी पाना चाहते हैं तो रिसर्च प्रक्रिया बेहद जरूरी है। इस प्रक्रिया के तहत सबसे पहले उन प्रोजेक्ट्स या एरियाज को प्वाइंट आउट करें जो आपके लिए सही और कंफर्टेबल हों।होम लोन की बात हो तो ध्यान रखें कि आप होम लोन के बारे में कंप्लीट इंफार्मेशन हासिल करें। जिस तरह से आप बाजार में खरीदारी के वक्त विभिन्न दुकानों पर घूम कर अपनी पसंद तथा जरूरत की चीज की तलाश करते हैं ठीक उसी तरह से आपको उपयुक्त होम लोन की खरीदारी करनी चाहिए।
मंथली किस्तों का क्लियरेंस
कई बार लोग लोन लेने के वक्त मंथली किस्तों का अमाउंट जल्दी भरने के लिए ज्यादा करवा लेते हैं। क्योंकि उन्हें लगता है कि वे अपनी मंथली इनकम का 4० से 45 पर्सेंट मंथली किस्त के रूप में अदा कर सकते हैं। हालांकि वे उन खर्चों का ध्यान रखना भूल जाते हैं जो अचानक करने पड़ सकते हैं। इस तरह के गलत आकलन की वजह से आप अपनी क्षमता से अधिक लोन ले लेते हैं। जो बाद में आप पर बोझ बन जाता है। इसलिए यह बेहर जरूरी पहलू है कि आप अपनी मासिक किस्तों के अमाउंट पर ध्यान दें। अगर ऐसा नहीं होता है तो खूबसूरत घर के मालिक बनने का ख्वाब आर्थिक समस्या की वजह से बुरा साबित हो सकता है।अपनी क्रैडिट रिपोर्ट प्राप्त नहीं करना
बैंक या हाऊसिग फाइनांस कार्पोरेशन के साथ होम लोन संबंधी बातचीत करने से पहले आपको अपनी क्रैडिट रिपोर्ट को किसी तरह की गलती या गड़बड़ के लिए जरूर जांच लेना चाहिए। यदि आपको कोई गलती या गड़बड़ दिखाई दे तो उसे तुरंत चुनौती दें क्योंकि इससे आपका क्रैडिट स्कोर प्रभावित होता है। नकारात्मक क्रैडिट रिपोर्ट आपके लोन लेने की क्षमता पर बेहद बुरा प्रभाव डालती है। अच्छी क्रैडिट रिपोर्ट से आप अधिक लोन लेने के योग्य हो सकते हैं।एप्लीकेशन में गलत डाटा देना
ज्यादातर होम लोने के एप्लाई करने के लिए हम पहली बार ही जाते हैं। जिस वजह से हमें इस प्रासेस के बारे में सही जानकारी नहीं होती। लोन एप्लीकेशन भरते समय आमतौर पर हम एप्लीकेशन में पूछे गए सवाल के बारे में जानकारी न होने पर उसे खाली छोड़ देते हैं या अनुमान के अनुसार उसमें डाटा फिल कर देते हैं। यह करना हमारे लिए घातक साबित होता है। एप्लीकेशन भरते समय की गई थोड़ी सी भी चूक आपके होम लोन पाने के ख्वाब को मटियामेट कर सकती है। इससे बचने के लिए या तो किसी से परामर्श लें या जानकारी न होने की स्थित में स्वयं बैक या लोन प्रोवाइडर एजेंट या संस्थान जाकर पूरी प्रक्रिया को समझकर ही एप्लीकेशन फार्म को फिलअप करें। ध्यान रहे कि अगर आपके क्रेडिट कार्ड पर अमाउंट बकाया है या पहले से आपने कोई लोन ले रखा है तो यह आपकी होम लोन क्षमता को प्रभावित करेगा। इसलिए एप्लीकेशन में सही डाटा प्रोवाइड करना जरूरी है।
Kya 80 saal Purana kirayedar MAkaan Malik ki permission ke bina apni jagha me koi bada construction kar raha ho to usee kese roka jaaye
ReplyDeleteबिना मंजूरी निर्माण अवैध माना जााएगा। हालांकि इस स्थिति के लिए आपके दस्तावेज मजबूत होने चाहिए।
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