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होटल मैनेजमेंट में उज्जवल है भविष्य
देश में होटल इंडस्ट्री के कारोबार में लगातार इजाफा हो रहा है। भारत में होटल इंडस्ट्री के विकास का अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि एशिया में होटल इंडस्ट्री के विकास के मामले में भारत चीन के बाद दूसरे स्थान पर है। विश्ोषज्ञों के अनुसार माना जा रहा है कि इस क्ष्ोत्र में भारत सबसे तेजी से विकसित होने वाला पांचवा बडाè देश होगा। होटल इंडस्ट्री में बढ़ते स्कोप को देखते हुए यदि आप होटल मैनेजमेंट से जुड़े कोर्स कर लेते हैं, तो भविष्य में आपके लिए नौकरियों की कमी नहीं रहेगी।
अवसर हैं अपार
होटल मैनेजमेंट कोर्स करने के बाद आप होटल एवं हॉस्पिटैलिटी उद्योग में मैनेजमेंट ट्रेनी के तौर पर कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। इसके अलावा, होटलों में किचन मैनेजमेंट, हाउसकीपिग मैनेजमेंट, एयरलाइन केटरिग, केबिन सर्विसेज, सर्विस सेक्टर में गेस्ट या कस्टमर रिलेशन एक्जिक्यूटिव, फास्ट फूड चेन, रिसोर्ट मैनेजमेंट, क्रूज शिप होटल मैनेजमेंट, गेस्ट हाउसेज, केटरिग, रेलवे या बैंक या बड़े संस्थानों में केटरिग या कैंटीन आदि में नौकरियां मिल सकती हैं। इसके साथ साथ आप स्वरोजगार की राह भी अपना सकते हैं।कौन-कौन से कोर्स
देश में होटल मैनेजमेंट की एजूकेशन नेशनल काउंसिल फॉर होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिग टेक्नोलॉजी द्बारा कराई जाती है। काउंसिल से देश के 21 सेंट्रल इंस्टीट्यूट, 7 स्टेट इंस्टीट्यूट और करीब 7 प्राइवेट इंस्टीट्यूट जुड़े हुए हैं। होटल मैनेजमेंट में दो तरह के पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं। डिग्री एवं डिप्लोमा कोर्सेस। 12वीं के बाद इस क्ष्ोत्र में ग्रेजुएट डिग्री में सीध्ो व प्रवेश परीक्षा के तौर पर एडमीशन लिया जा सकता है। अगर आप ग्रेजुएट हैं तो आप इस कोर्स के डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट, में प्रवेश ले सकते हैं। साइंस के छात्रों के लिए बीएससी इन होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिग साइंस में डिग्री प्रदान की जाती है, वहीं आर्ट स्ट्रीम के छात्रों के लिए बीए होटल मैनेजमेंट एंड कैटरिग में डिग्री प्रोवाइड की जाती है। जहां डिप्लोमा कोर्सेस दो साल की अवधि के होते हैं तो डिग्री कोर्सेसे तीन साल के होते हैं।कैसे मिलेगा प्रवेश
12वीं पास स्टूडेंट होटल मैनेजमेंट में डिप्लोमा या डिग्री हासिल कर सकते हैं, लेकिन आप अगर ग्रेजुएशन के बाद इस क्ष्ोत्र में करिअर तलाश रहे हैं तो उनके लिए भी अब रास्ते खुल गए हैं। एमएससी इन होटल मैनेजमेंट और पीजी डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट की डिग्री हासिल कर सकते हैं। अधिकतर संस्थान ऑल इंडिया एडमिशन टेस्ट एंव इंटरव्यू के आधार पर स्टूडेंट्स का चयन करते हैं।कोर्स एक रास्ते अनेक
होटल इंडस्ट्री में आपके लिए कई ऑप्शन हैं। आप चाहें, तो मैनेजमेंट, मार्केटिग आदि में करियर बना सकते हैं। आइए जानते हैं कहां-कहां है आपके लिए हैं विकल्प।मैनेजमेंट: किसी भी बड़े होटल को सही ढंग से चलाने की जिम्मेदारी मैनेजमेंट पर ही होती है। साथ ही वे इस बात पर भी ध्यान रखते हैं कि कैसे होटल का रेवेन्यू बढ़ाया जा सकता है। अलग-अलग विभागों के सहायक प्रबंधक अपने विभागों के कार्य पर निगरानी रखते हैं। बड़े होटलों में तो रेजिडेंट मैनेजर भी होते हैं।
फ्रंट ऑफिस: फ्रंट ऑफिस में बैठने वाले कर्मचारी होटल में आने वाले अतिथियों का स्वागत करते हैं। यहां रिसेप्शन होता है, विजिटर्स के लिए इंफार्मेशन प्रदान करते हैं। ये लोग अतिथियों का सामान उनके कमरे में पहुंचवाने से लेकर उनको सूचनाएं भिजवाने का कार्य करते हैं।
फूड एंड बेवरेज: इस विभाग को तीन भागों में बांटा गया है। किचन, और फूड सर्विस विभाग। इस विभाग के मैनेजर और कर्मचारी मिल कर इस विभाग की जिम्मेदारियों को निपटाते हैं। खाना बनाने से लेकर परोसने तक का काम यहां होता है।
हाउसकीपिग: किसी भी होटल को उम्दा किस्म की देखभाल की जरूरत होती है। हाउसकीपिग विभाग सभी कमरों, मीटिग हॉल, बैंक्वेट हॉल, लॉबी, रेस्तरां आदि की साफ-सफाई की जिम्मेदारी उठाता है। यह होटल का बेहद महत्त्वपूर्ण विभाग है और 24 घंटे काम करता है।
मार्केटिग विभाग: आज होटल में उपलब्ध सेवाओं व सुविधाओं की मार्केटिग होटल मैनेजमेंट का अहम हिस्सा है। इनकी काबिलियत का ही प्रत्यक्ष लाभ होटल को मिलता है।
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