वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी : रोमांच को करें कैमरे में कैद
कहा जाता है कि एक फोटो दस हजार शब्दों के बराबर होती है। फोटोग्राफी एक कला है जिसमें विजुअल कमांड के साथ-साथ टेक्नीकल नॉलेज भी जरूरी है। फोटोग्राफी एक बेहतर क रिअर ऑप्शन साबित हो सकता है उन सभी छात्रों के लिए जिन्हे नेचर से प्यार है। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी एक ऐसी ही फील्ड है जहां एक तरफ घने जंगलों के बीच खूàंखार जानवरों को अपने कैमरे में कैद करने व उनके अलग-अलग मूवमेंट्स को दुनिया के सामने लाने का रोमांच है तो वहीं दूसरी तरफ इस क्ष्ोत्र में खतरे भी कम नहीं हैं।
आज सरकार व सामाजिक संगठनों द्बारा वन्य जीवों के जीवन को बचाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की वजह से यह क्ष्ोत्र रोजगार की दृष्टि से नये रास्ते खोलने वाला साबित हुआ है। अगर आपकी तमन्ना भी है खतरनाक जानवरों को पास से देखने की और दुनिया को दिखाने की तो आपके लिए यह निसंदेह बेहतर करिअर ऑप्शन साबित हो सकता है।
क्रि एटीविटी व अवसरों से भरा करिअर
फोटोग्राफी के इस क्षेत्र में जानवरों, पक्षियों, जीव-जंतुओं की तस्वीरें ली जाती हैं। एक नेचर फोटोग्राफर ज्यादातर कैलेंडर, कवर, रिसर्च इत्यादि के लिए काम करता है। नेचर फोटोग्राफर के लिए रोमांटिक सनसेट, फूल, पेड़, झीलें, झरना इत्यादि जैसे कई आकर्षक टॉपिक हैं।
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी को करिअर के तौर पर चुनने से पहले वाइल्ड लाइफ के रूल्स एंड रेगुलेशंस की इंफार्मेशन होना भी बेहद जरूरी है, लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी है आपकी क्रिएटिविटी। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में करिअर को स्टैब्लिश करने के लिए बहुत ज्यादा स्ट्रगल करना होता है, लेकिन इस क्ष्ोत्र में रोजगार के अवसरों की तमाम संभावनाएं मौजूद हैं। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का क्ष्ोत्र रोमांच से भरा हुआ है।
वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी को करिअर के तौर पर चुनने से पहले वाइल्ड लाइफ के रूल्स एंड रेगुलेशंस की इंफार्मेशन होना भी बेहद जरूरी है, लेकिन इससे भी ज्यादा जरूरी है आपकी क्रिएटिविटी। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी में करिअर को स्टैब्लिश करने के लिए बहुत ज्यादा स्ट्रगल करना होता है, लेकिन इस क्ष्ोत्र में रोजगार के अवसरों की तमाम संभावनाएं मौजूद हैं। वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का क्ष्ोत्र रोमांच से भरा हुआ है।
चुनौतियां भी कम नहीं
इस क्षेत्र में पेशेंस की बेहद जरूरत होती है, क्योंकि यहां आने के बाद आप अपने मनमुताबिक नहीं चल सकते। कई बार भयानक जंगल में रात में भी फोटोग्राफी करनी पड़ सकती है। क्योंकि कई विलु’ प्रजाति के वन्यजीव अपनी आदत के मुताबिक रात में ही बाहर निकलते हैं। इस क्षेत्र में सबसे बड़ी चुनौती है खुद को अपडेट करते रहने की। आपको फोटोग्राफी के नए-नए टूल्स और लेंसों से खुद को अवेयर रखना होता है। फोटो कैप्चर करने के लिए सही एंगल का चुनाव भी बेहद जरूरी है। अच्छी फोटो के लिए इंतजार भी एक इस फील्ड में नाम कमाने को अहम हिस्सा है, जो एक दिन से लेकर सालों का हो सकता है। सफल वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है अच्छी आंख, जो प्रकृति की सुंदरता पहचान सके।
प्रवेश योग्यता
फोटोग्राफी एक क्रिएटिव क्ष्ोत्र है जिसमें वर्तमान में बेहतर करिअर की संभावनाएं मौजूद हैं। बारहवीं या ग्रेजुएशन करने के बाद इस क्षेत्र में प्रवेश लिया जा सकता है। फोटोग्राफी का कोर्स सरकारी और निजी स्तर पर कई संस्थान कराते हैं। एक अच्छा वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर बनने के लिए बेसिक फोटोग्राफी की जानकारी होना बेहद जरूरी है। हालांकि एक साधारण डिजिटल कैमरा लेकर शौकिया तौर पर शुरुआत की जा सकती है। एक-दो साल का अनुभव हो जाने के बाद डिजिटल एसएलआर खरीद कर प्रोफेशनली इस क्षेत्र में एंट्री की जा सकती है।
कोर्स एक रास्ते अनेक
देशी-विदेशी वाइल्ड लाइफ और नेचर मैगजीनों में वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफ्स की मांग हमेशा बनी रहती है। इसके अलावा वन्य जीवों पर काम करने वाले कई संस्थान भी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर्स को हॉयर करते हैं। नेशनल ज्योग्राफिक, डिस्कवरी और एनीमल प्लेनेट जैसे चैनल भी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर्स को फोटोग्राफ्स के लिए अप्वाइंट करते हैं।
फ्रीलांसर कॉरपोरेट, वाइल्ड लाइफ मैगजीन्स, नेचर-वाइल्ड लाइफ प्रोड्यूसर्स और टीवी चैनलों के साथ फ्रीलांस के तौर पर भी जुड़ा जा सकता है।
फ्रीलांसर कॉरपोरेट, वाइल्ड लाइफ मैगजीन्स, नेचर-वाइल्ड लाइफ प्रोड्यूसर्स और टीवी चैनलों के साथ फ्रीलांस के तौर पर भी जुड़ा जा सकता है।
सैलरी पैकेज
अभी तक यह क्षेत्र हमारे देश में ज्यादा फेमस नहीं था तो कमाई के साधन भी सीमित थे, लेकिन ग्लोबलाइजेशन के बाद अब इस क्षेत्र में अच्छा पैसा कमाया जा सकता है। किसी संस्थान से जुड़ने पर आसानी से 1० से 2० हजार रुपए प्रतिमाह की कमाई हो सकती है। एक अनुभवी वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर प्रतिमाह आसानी से एक लाख रुपए कमा सकता है। इसके अलावा कुछ सीनियर फोटोग्राफर्स भी अपने असिस्टेंट रखते हैं, जो न केवल सिखाते हैं बल्कि 1० से 12 हजार रुपए का स्टाइपेंड भी देते हैं।
कोर्स और संस्थान
किसी भी सरकारी या निजी संस्थान से फोटोग्राफी का कोर्स करने के बाद इस क्षेत्र में प्रवेश किया जा सकता है। हालांकि भारत में अभी इस क्षेत्र के लिए कोई स्पेशलाइज्ड कोर्स उपलब्ध नहीं है। फोटोग्राफी में डिप्लोमा और सर्टिफिकेट दो तरह के कोर्स कराए जाते हैं।
इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर डेवलेपमेंट इन एजुकेशन एंड एडवांस्ड स्टडीज, अहमदाबाद
कॉलेज ऑफ आर्ट्स, तिलक मार्ग, दिल्ली
एजेके मास कम्युनिकेशन सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद,
सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट ऑफ फिल्म्स ऐंड टेलीविजन नई दिल्ली
दिल्ली स्कूल ऑफ फोटोग्राफी
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फोटोग्राफी, मुंबई
इंडियन इंस्टीट्यूट फॉर डेवलेपमेंट इन एजुकेशन एंड एडवांस्ड स्टडीज, अहमदाबाद
कॉलेज ऑफ आर्ट्स, तिलक मार्ग, दिल्ली
एजेके मास कम्युनिकेशन सेंटर, जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजाइन, अहमदाबाद,
सेंटर फॉर रिसर्च इन आर्ट ऑफ फिल्म्स ऐंड टेलीविजन नई दिल्ली
दिल्ली स्कूल ऑफ फोटोग्राफी
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फोटोग्राफी, मुंबई